काजीरंगा नेशनल पार्क भारत के असम राज्य में स्थित है जो भारत के जाने-माने राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है। यह 430 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ एक सुंदर जंगल है जिसमें विभिन्न प्रकार के वन्यजीव रहते हैं। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान जानवरों की अच्छी देखरेख एवं जानवरों की अधिक आबादी के लिए विश्व भर में लोकप्रिय है। इस उद्यान की सुंदरता को देखते हुए यूनेस्को ने वर्ष 1985 में इसे विश्व धरोहर स्थल की सूची में शामिल किया था। काजीरंगा नेशनल पार्क की सुंदरता एवं इसमें मौजूद जानवरों को देखने के लिए प्रतिदिन यहां भारी संख्या में पर्यटक आते हैं।
काजीरंगा नेशनल पार्क का इतिहास – History of Kaziranga National Park
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना वर्ष 1905 में एक आरक्षित वन के रूप में हुई थी जिसके बाद में वर्ष 1974 को इसे राष्ट्रीय उद्यान घोषित कर दिया गया था। यह उद्यान पूर्वी भारत के दुर्लभ क्षेत्रों में से एक है जहां विभिन्न प्रकार के जानवरों को संरक्षित करके रखा गया है। इस उद्यान में मुख्य रूप से एक सींग वाले गेंडों को संरक्षित करके रखा गया है जिन्हें ‘भारतीय गेंडा’ के नाम से भी जाना जाता है। कुछ आंकड़ों के अनुसार काजीरंगा नेशनल पार्क में विश्व के सबसे अधिक बाघ मौजूद हैं। इसके अलावा इसमें हाथी, जंगली भैंसा, हिरण आदि जैसे जानवर भी देखे जाते हैं।
काजीरंगा नेशनल पार्क क्यों प्रसिद्ध है – Why is Kaziranga National Park Famous?
काजीरंगा नेशनल पार्क मुख्य रूप से एक सींग वाले गेंडे (भारतीय गेंडा) के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है। वन विभाग के द्वारा जारी की गई एक जनगणना के अनुसार इस अभ्यारण में लगभग 2400 से अधिक गेंडों की प्रजातियां निवास करती हैं। माना जाता है कि काजीरंगा नेशनल पार्क एक सींग वाले गेंडों के लिए विश्व के सबसे बड़े एवं विशाल प्राकृतिक निवास स्थानों में से एक है।
काजीरंगा नेशनल पार्क के रोचक तथ्य – Interesting Facts About Kaziranga National Park
काजीरंगा नेशनल पार्क के रोचक तथ्य कुछ इस प्रकार हैं:-
- काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में मुख्य रूप से एक सींग वाले गेंडे के साथ-साथ एशियाई जल भैंसों, सरीसृप एवं पूर्वी दलदली हिरण (बारहसिंघा) भी देखने को मिलते हैं जिसे इस उद्यान की शान भी कहा जाता है।
- कुछ आंकड़ों की माने तो इस उद्यान में मौजूद जानवरों की संख्या में निरंतर वृद्धि हुई है जो जनसंख्या की दृष्टिकोण से एक अच्छा संकेत माना जाता है।
- काजीरंगा नेशनल पार्क में लगभग 480 से अधिक पक्षियों की प्रजातियां पाई जाती हैं जिसके कारण इसे International Wildlife द्वारा एक महत्वपूर्ण पक्षी के क्षेत्र में चिन्हित किया गया है। इस उद्यान में प्रवासी एवं निवासी दोनों ही प्रकार के पक्षी रहते हैं।
- वर्ष 2017 में हुई जनगणना के अनुसार काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में बाघों की संख्या लगभग 104 थी जिसके कारण इसे देश के सबसे बड़े बाघ अभयारण्य की सूची में शामिल किया गया था।
- काजीरंगा नेशनल पार्क में देश की प्रमुख ब्रह्मपुत्र नदी बहती है। माना जाता है कि इस नदी के माध्यम से यहां मौजूद पेड़-पौधे सदैव हरे-भरे रहते हैं।
- काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान को हिरण (लाल बकरी) की भूमि के नाम से भी संबोधित किया जाता है। कहा जाता है कि इस अभ्यारण का नाम काजी एवं रंगा के नाम से लिया गया है जिसमें काजी का अर्थ ‘बकरी’ एवं रंग का अर्थ ‘लाल’ है।
- इस उद्यान में बाघ, तेंदुआ, जंगली भालू, हाथी, जंगली सूअर, जंगली भैंस एवं हिरण के अलावा कई दुर्लभ प्रवासी पक्षी भी निवास करते हैं।
- काजीरंगा नेशनल पार्क में मौजूद घास के बड़े-बड़े मैदान विश्व प्रसिद्ध अफ्रीकी घास के मैदानों से काफी हद तक मिलते-जुलते हैं। इस उद्यान में सामान्य से अधिक लंबी घासें देखी जा सकती हैं जैसे हाथी घास, भाला घास आदि।
- काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में भारतीय गिद्धों की लगभग 4 प्रजातियां मौजूद हैं। कहा जाता है कि आज से करीब 100 साल पहले इस अभ्यारण में गिद्धों की 7 प्रजातियां पाई जाती थी जो अब घटकर केवल 4 रह गई हैं।
- कुछ इतिहासकारों का मानना है कि काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना ब्रिटिश वायसराय ‘लॉर्ड कर्जन’ की पत्नी ‘मेरी कर्जन’ ने की थी। शुरुआती दौर में काजीरंगा नेशनल पार्क को एक आरक्षित वन के रूप में जाना जाता था जिसे बाद में राष्ट्रीय उद्यान घोषित कर दिया गया था।
अधिक जानकारी के लिए यहां देखें
काजीरंगा नेशनल पार्क में पाई जाने वाली प्रमुख प्रजातियां – Major Species Found in Kaziranga National Park
काजीरंगा नेशनल पार्क में मुख्य रूप से जानवरों की चार बड़ी प्रजातियां मौजूद है – एक सींघ वाला गेंडा, रॉयल बंगाल टाइगर, हाथी एवं एशियाई जल भैंस। वर्ष 2018 में हुई जानवरों की जनगणना के अनुसार इस राष्ट्रीय उद्यान में 2413 गेंडे एवं लगभग 1100 से अधिक हाथियों की संख्या मौजूद है। इसके अलावा यहां अन्य जानवर एवं पशु-पक्षी भी मौजूद हैं।
काजीरंगा नेशनल पार्क का प्रवेश शुल्क – Kaziranga National Park Entry Fee
सभी भारतीय नागरिकों के लिए काजीरंगा नेशनल पार्क का सामान्य प्रवेश शुल्क ₹100 प्रति व्यक्ति निर्धारित किया गया है। विदेशी मूल के पर्यटकों के लिए यह प्रवेश शुल्क ₹650 प्रति व्यक्ति निश्चित किया गया है। इसके अलावा यदि आप काजीरंगा जीप सफारी का अनुभव लेना चाहते हैं तो आपको ₹4000 (कोहोरा), ₹4000 (बागोरी), ₹4600 (पूर्वी) और ₹5400 (बुरापहाड़) (यह सभी रकम केवल भारतियों के लिए ) का चार्ज देना होगा। और विदेशी मूल के पर्यटकों को ₹7700 (कोहोरा), ₹7700 (बागोरी), ₹8600 (पूर्वी) और ₹9700 (बुरापहाड़) का चार्ज देना होगा।
काजीरंगा राष्ट्रिय उद्यान के आसपास घूमने की जगहें – Places to visit around Kaziranga National Park
काजीरंगा नेशनल पार्क के आसपास और भी कई प्रमुख पर्यटक स्थल मौजूद हैं जैसे:-
- हाथीकुला चाय बागान
- काजीरंगा राष्ट्रीय ऑर्किड और विविधता पार्क
- हॉलोंगापार गिब्बन अभयारण्य
- जातीय गांव (कार्बी आंगलोंग जिला) आदि।
1 thought on “काजीरंगा नेशनल पार्क”